प्यार और शायरी – दिल से निकली हर बात
प्यार एक एहसास है, जो बिना आवाज़ के भी सब कुछ कह जाता है। ये वो रिश्ता है जो नज़रों से शुरू होकर दिल में बस जाता है। जब दिल के जज़्बात लफ़्ज़ों से बाहर नहीं आते, तब शायरी उनकी आवाज़ बनती है।
चाहे पहला प्यार हो, अधूरी मोहब्बत हो या किसी की यादों में भीगती तन्हाई—हर एहसास को शायरी बखूबी बयां करती है।
❤️ क्यों खास होता है प्यार?
प्यार किसी तर्क को नहीं मानता, ये बस हो जाता है। ना दिन देखता है, ना वक्त, ना मंज़िल। बस एक नज़र, एक बात, और दिल किसी के लिए धड़कने लगता है।
जब किसी की एक मुस्कान दिन बना दे, जब हर बात में उसी की याद आए, तो समझ लो कि प्यार हो चुका है।
💌 कुछ दिल छू जाने वाली शायरी:
-
"तेरा नाम लबों पर ऐसे आया, जैसे कोई दुआ असर कर गई हो।"
-
"तुझसे मिलकर ये एहसास हुआ, अधूरी थी मेरी हर बात तेरे बिना।"
-
"वो लम्हे, वो बातें कोई ना जाने—थी क्या मोहब्बत, कैसी दीवानेपन की निशानी!"
इन पंक्तियों में सिर्फ अल्फाज़ नहीं होते, उनमें एहसास, जज़्बात और वो अनकही बातें छुपी होती हैं जो दिल में घर कर जाती हैं।
🌸 दिल की आख़िरी बात
शायरी और प्यार एक-दूसरे के पूरक हैं। जब दिल टूटता है, तब शायरी उसे जोड़ती है। जब कोई पास नहीं होता, तब शायरी ही साथ देती है।
तो अगली बार जब दिल कुछ कहे और ज़ुबान चुप रहे, एक शायरी लिख लेना—शायद वही किसी और का भी हाल बयान कर दे।
💬 आपको कौन सी शायरी सबसे ज्यादा पसंद आई? कमेंट में ज़रूर बताएं।
👉 और पढ़ें: Self-Belief – The Biggest Victory
Comments
Post a Comment